गणतंत्र दिवस(26 जनवरी २०२०) :-
• गणतंत्र दिवस 2020 पर छोटा सा प्रभावशाली निबंध :-
" ना जुबान से , न निगाहों से ।
ना दिमाग से, ना रंगों से।
न ग्रीटिंग से, न गिफ्ट से।
आपको 26 जनवरी मुबारक हो दिल से"
प्रस्तावना :-
गणतंत्र दिवस सभी भारतीयों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। क्योंकि इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। हमारे देश की आजादी का इतिहास बड़ा ही संघर्षपूर्ण रहा है। हमारी राष्ट्र की वीर जवानों ने अपने प्राणो को त्यागकर हमारे राष्ट्र को स्वतंत्र कराया। जिस प्रकार किसी भी राष्ट्र के लिए नियम कानून कितने आवश्यक होते हैं। ठीक उसी प्रकार भारत राष्ट्र को चलाने के लिए संविधान का निर्माण किया गया, तथा इसे 26 जनवरी 1950 को लागू करके भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र की मान्यता दे दी गई ।
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गणतंत्र दिवस की तैयारी :-
गणतंत्र दिवस की तैयारी कई दिनों पूर्व से की जाती है। इस दिन का इंतजार सभी भारतीयों को रहता है। विद्यालयों में इसकी तैयारी 5 से 7 दिन पूर्व से होता है। जबकि राष्ट्रीय स्तर पर भारत की सेना इसकी तैयारी 6 माह पूर्व से करती है। गणतंत्र दिवस के दिन भारत की सेनाए भारत की शक्ति का प्रदर्शन करती हैं।![]() |
Indian flag |
गणतंत्र दिवस 2020 का समारोह :-
गणतंत्र दिवस के समारोह के लिए लाल किले को सजाया जाता है। 26 जनवरी के प्रातः भारत के प्रधानमंत्री (श्री नरेंद्र मोदी) लाल किले पर राष्ट्र ध्वज तिरंगे को फहराते हैं। तथा सभी भारतवासियों को संबोधित करते हुए उन्हें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं।
विद्यालय में गणतंत्र दिवस :-
गणतंत्र दिवस का आयोजन विद्यालय में बड़े ही धूमधाम से के साथ किया जाता है। 26 जनवरी के दिन प्रातः विद्यालय में प्रभातफेरी होती है। तथा उसके बाद विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा ध्वजारोहण करके राष्ट्रगान का वाचन किया जाता है। उसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, तथा अंत में प्रधानाचार्य महोदय सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम के समापन का आदेश देते हैं। इसी प्रकार से विद्यालय में गणतंत्र दिवस का आयोजन होता है।
गणतंत्र दिवस 2020 के मुख्य अतिथि :-
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2020 की मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो हैं।भारत तथा ब्राजील के संबंधों को मजबूती देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री (श्री नरेंद्र मोदी ) ने मुख्य अतिथि के तौर पर ब्राजील के राष्ट्रपति जेअर बोलसोनारो को न्योता दिया
उपसंहार:-
अतः गणतंत्र दिवस सभी भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण दिन है, तथा इसे बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ संपूर्ण भारत में मनाया जाता है। इस दिन सभी भारतवासी एक दूसरे को मिष्ठान देते हैं, तथा खुशी के साथ गणतंत्र दिवस को मनाते हैं।" दिल दिया है जान भी देंगे,
ए वतन तेरे लिए............. "
गणतंत्र दिवस 2020के बारे मे विस्तार से :-
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Indian flag |
1 - गणतंत्र दिवस का परिचय:-
गणतंत्र दिवस सभी भारतीयों के लिए एक महत्वपूर्ण दिवस है। इस दिन का इंतजार सैकड़ों भारतीय बहुत ही बेसब्री से करते हैं। तथा संपूर्ण देश में गणतंत्र दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस को प्रत्येक वर्ष हर्ष उल्लास के साथ 26 जनवरी को मनाया जाता है।• गणतंत्र दिवस मनाने का कारण :-
गणतंत्र दिवस को मनाने का प्रमुख कारण यह है। कि इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। जिस प्रकार आप सभी जानते हैं। कि किसी भी राष्ट्र के लिए उसका संविधान कितना आवश्यक होता है। ठीक इसी प्रकार भारत का संविधान 26 जनवरी की पुण्यतिथि को लागू किया गया यही कारण है। कि हम गणतंत्र दिवस को इतनी खुशी के साथ मनाते हैं।
• गणतंत्र दिवस क्यों है महत्वपूर्ण ?? :-
जिस प्रकार से भारत की स्वतंत्रता की कहानी बहुत ही अद्भुत व संघर्षशील रही है। ठीक उसी प्रकार से गणतंत्र दिवस भी महत्वपूर्ण है, सभी भारतीयों के लिए। हमारे देश के संविधान को बनाने के लिए कई महापुरुषों ने अपना सब कुछ देकर भारत के संविधान का निर्माण किया तथा 26 जनवरी 1950 में संविधान को लागू करके, भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र की मान्यता दे दी, तब से आज तक हम गणतंत्र दिवस मनाते हुए आ रहे हैं ।![]() |
Essay on republic dayin hindi |
2 - गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम :-
गणतंत्र दिवस के दिन संपूर्ण देश में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों का आयोजन राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर पर, अलग अलग तरीके से किया जाता है। तथा विद्यालयों में भी सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।• राष्ट्रीय स्तर पर :-
राष्ट्रीय स्तर पर गणतंत्र दिवस का आयोजन नई दिल्ली के लाल किले पर किया जाता है। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फैराकर कर सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाइयां देते हैं। तथा सभी को संबोधित करते हैं। यह कार्यक्रम निम्नवत चलता है :-
(•) सर्वप्रथम लाल किले पर प्रधानमंत्री का आगमन होता है।(•) कुछ समय बाद प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगे को फहराते हैं।
(•) फिर वहां उपस्थित सभी देशवासी राष्ट्रगान का वाचन करते हैं।
(•) राष्ट्रगान की वाचन के पश्चात भारत के प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हैं। तथा सभी देशवासियों को भारतीय इतिहास के संघर्षपूर्ण दिनों का वर्णन कराते हैं। तथा वीर शहीदों के बारे में बताते हैं।
• राजकीय स्तर पर :-
गणतंत्र दिवस का आयोजन राजकीय स्तर पर भी किया जाता है। देश के सभी स्थानों पर , जैसे कि सरकारी तथा गैर सरकारी कार्यालयों पर तिरंगा फहराया जाता है । तथा राज्य स्तर पर , राज्य की राजधानी में मुख्यमंत्री निवास में राज्य के मुख्यमंत्री राष्ट्रीय ध्वज को फहराते हैं। तथा अनेक कार्यक्रमों में शामिल होते हैं। सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस का महत्व बताते हैं। एवं गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हैं।• सांस्कृतिक कार्यक्रम :-
गणतंत्र दिवस पर देश के विद्यालय तथा अन्य स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी दो प्रकार से आयोजित किए जाते हैं : -( १) - विद्यालयो में सांस्कृतिक कार्यक्रम
(२ ) - राष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम
(१) -प्रत्येक विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम :-
गणतंत्र दिवस के दिन प्रत्येक विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनमें गायन, लोक नृत्य, नाटक, वादन, आदि सभी कार्यक्रम होते हैं।
विद्यालय में उपस्थित मुख्य अतिथि तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य सभी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्हें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हैं। तथा विद्यालय के अन्य शिक्षक एवं शिक्षिकाएं विद्यार्थियों को भारत के इतिहास से परिचित कराती हैं। तथा भारत की शक्ति के बारे में बताती हैं । इसी प्रकार से विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है, तथा समापन किया जाता है।
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(२) - राष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम :-
राष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारी दो-तीन महीने पहले से ही कर ली जाती है। इनमें देश की सेना अपने करतव दिखाती है। तथा उसके बाद एक-एक करके सभी राज्यों एवं प्रमुख झांकियां प्रस्तुत की जाती हैं। यही सांस्कृतिक कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर होते हैं, तथा यह झांकियां अपने राष्ट्र की एकता एवं अखंडता को प्रस्तुत करती हैं। गणतंत्र दिवस का समारोह देखने के लिए भारत के अनेक राज्यों से कई लोग लाल किले पर आते हैं । तथा जो व्यक्ति नई दिल्ली लाल किले पर जाने में असमर्थ होता है। तो वह लाइव टीवी पर गणतंत्र दिवस के समारोह को देखता है।3 - गणतंत्र दिवस की परेड :-
गणतंत्र दिवस पर लाल किले के सामने भारत की सेनाएं परेड करती हैं। तथा भारत की शक्ति का प्रदर्शन करती हैं। भारतीय वायुसेना लाल किले के ऊपर से उड़ते हुए रंगो द्वारा भारत के राष्ट्र ध्वज अर्थात तिरंगे का निर्माण करती हैं, तथा बहुत से आकर्षक करतब करती हैं। जिसको जिसको देखने के लिए सभी देशवासी बहुत ही बेसब्री से इंतजार करते हैं। भारतीय सेना इस सब की तैयारी 6 माह पूर्व से करती हैं ।जबकि विद्यालय स्तर पर प्रातः प्रभातफेरी होती है, तथा सभी विद्यार्थी हर्षो उल्लास के साथ प्रभात फेरी में भाग लेते हैं। भारत के वीर शहीदों को याद करते हैं। नारों का उच्चारण उच्च ध्वनि में करते हुए समूह गान गाते हैं , तथा इसकी तैयारी 7 से 10 दिन पूर्व ही कर ली जाती है ।
4 -गणतंत्र दिवस 2020 के मुख्य अतिथि :-
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2020 की मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो हैं। भारत के 71 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में भारत आने के लिए न्योता दिया गया है।• क्यों होंगे मुख्य अतिथि व किसने दिया उन्हे न्यौता :-
भारत तथा ब्राजील के संबंधों को मजबूती देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री (श्री नरेंद्र मोदी ) ने मुख्य अतिथि के तौर पर ब्राजील के राष्ट्रपति जेअर बोलसोनारो को न्योता दिया तथा ब्राजील में ही हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में उन्होंने यह न्योता दिया था। उन्होंने इसे स्वीकार भी कर दिया है। अतः गणतंत्र दिवस 2020 के मुख्य अतिथि जेआर बोलसोनारो होंगे ।• कैसे होता है मुख्य अतिथि का चुनाव :-
गणतंत्र दिवस या अन्य किसी भी राष्ट्रीय पर्व पर मुख्य अतिथि का चुनाव बड़ी ही सोच-समझ के साथ होता है। इसके पीछे सबसे बड़ी भूमिका भारतीय विदेश मंत्रालय की होती है।जिस व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप में चुना जाता है। उससे पहले उस देश के साथ भारत की व्यापारिक तथा आर्थिक संबंधों को ध्यान में रखकर मुख्य अतिथि का चुनाव होता है। मुख्य अतिथि की नियुक्ति के बाद राष्ट्रपति भवन से मंजूरी ली जाती है। तथा विदेश मंत्रालय द्वारा बातचीत शुरू कर दी जाती है। इसी प्रकार से किसी भी मुख्य चुनाव होता है।
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Great leader- Mahtma ghandi |
• भारत के साथ ब्राजील के संबंध:-
प्राचीन काल बीसवीं सदी के प्रथम दशक में भारत के साथ ब्राजील के संबंध कुछ अच्छे नहीं थे। क्योंकि 2009 में ब्राजील ने भारत के मना करने के बावजूद पाकिस्तान को 100 MAR-1 एंटी विकिरण मिसाइल की बिक्री को मंजूरी दे दी, तथा इसे पहाड़ी क्षेत्रों की निगरानी के लिए कारगर तरीका बताया ।तथा हाल ही में ब्राजील और भारत में अंतरराष्ट्रीय व्यापार और विकास पर्यावरण तथा यूएनएससी विस्तार जैसे मुद्दों पर एक दूसरे का बहुपक्षीय स्तर पर सहयोग किया है। इसीलिए भारत ने ब्राजील को मुख्य अतिथि के रुप में न्योता दिया है।
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